Haryana News अब हरियाणा के नये मुख्यमंत्री लोकसभा सांसद नायब सिंह सैनी को बनाया गया है

हरियाणा में भाजपा का खेला, एक ही दिन में इस्तीफ़ा और शपथ ग्रहण भाजपा नेता और लोकसभा सांसद नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

Nayab Singh Saini के शपथ ग्रहण समारोह

इससे पहले भाजपा नेता मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दिया था। जिसके बाद हुई भाजपा के विधायक दल की बैठक में कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया। सैनी को पिछले साल ही हरियाणा में भाजपा ने पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था।

Haryana news किसका कहा पर हुआ फेरबदल

  • हरियाणा की जगाधरी सीट से विधायक कंवर पाल सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वह इससे पहले खट्टर सरकार में सामाजिक शिक्षा, विरासत पर्यटन और संसदीय मामले के विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थें।
  • खट्टर सरकार में परिवहन, उच्च शिक्षा और खान एवं भू-विज्ञान विभाग मामले के मंत्री मूलचंद शर्मा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वह बल्लभगढ़ सीट से विधायक हैं।
  • रनिया विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आने वाले निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इससे पहले वह खट्टर सरकार में कारागार और ऊर्जा मंत्रालय संभाल रहे थे।
  • बीजेपी-जेजेपी में संघर्षहरियाणा में भाजपा और दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी ने गठबंधन से सरकार बनाई थी।
  • दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उप मुख्यमंत्री बने थे,
  • जेजेपी और भाजपा के बीच गठबंधन टूटने की बात कि जा रही है। इसके बाद ही मुख्यमंत्री खट्टर ने इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया।

हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा ने नयी सरकार पर क्या कहा?

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भाजपा ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस नेता और हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भाजपा और जेजेपी के गठबंधन पर निशाना साधते हुए स्वार्थ के लिए बनाया गठजोड़ कहा। हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, एक और समझौता हो गया हरियाणा में पहले 2019 में जब ये सरकार बनी थी तब स्वार्थ में ये बीजेपी-जेजेपी यार बन गए थे। अब एक और समझौता हो गया गठबंधन से अलग होने का। हरियाणा राज्य में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 41 विधायक भाजपा के हैं और 10 जेजेपी के विधायक हैं बीजेपी दावा कर रही है कि उसे पाँच निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भाजपा और दुष्यंत चौटाला की जेजेपी हरियाणा में लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी।

हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा

मेरे अनुसार गठबंधन लगभग टूट गया है। लोकसभा चुनावों में भाजपा हरियाणा की 10 की 10 सीटें जीतेगी। भाजपा के लिए कोई दिक्कत की बात नहीं है। मैंने पहले भी कहा है कि सभी निर्दलीय विधायकों का भाजपा को समर्थन प्राप्त है। हम साढ़े चार साल से भाजपा के हैं। और आगे भी रहेंगे। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, अभी जब पूरा घटनाक्रम हो जाएगा, तब उस पर विस्तार से बात करेंगे। मगर अभी हरियाणा में जो हो रहा है, वो हरियाणा की जनता के दबाव में हो रहा है हरियाणा की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है। हरियाणा का जन-जन नाराज़ है। निराश है हरियाणा में ये सब इसी के दबाव के कारण हो रहा है।

निर्दलीय विधायक भाजपा के साथ?

निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने 12 मार्च को दावा किया है कि गठबंधन किसी भी वक़्त टूट सकता है। लेकिन कुछ निर्दलीय विधायक खट्टर के साथ हैं। रावत ने कहा, मैं कल मुख्यमंत्री से मिला था। हमने पहले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। हमने लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति पर भी बात की। मुझे ये समझ आया कि जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की शुरुआत हो चुकी है। रावत पृथला सीट से हरियाणा विधानसभा से निर्वाचित हुए थे। एक और निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंडर ने कहा कि निर्दलीय विधायक भाजपा सरकार का समर्थन कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि जेजेपी ने दिल्ली में बैठक बुलाई है और ये बैठक दुष्यंत चौटाला के आवास पर होगी। 10 मार्च को बीजेपी के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफ़ा देकर कांग्रेस का हाथ थामा था।

कौन हैं नायब सिंह सैनी?

एक नज़र Haryana के नये CM पर

पिछड़े वर्ग के नेता, जाटलैंड में मजबूत पकड़ वाले नेता माने जाते हैं नायब सिंह सैनी इस समय कुरुक्षेत्र से सांसद हैं। वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विधायक भी रहे। नायब सिंह 2014 में अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। ये चुनाव नायब 24 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे बाद में खट्टर सरकार में मंत्री बनाए ग‌ए।नायब सिंह सैनी पिछड़ा वर्ग से आते हैं वे अक्टूबर 2023 में ही हरियाणा के नए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे,यानी 5 महीने बाद ही वे सीएम की कुर्सी की रेस तक पहुंच गए हैं। कहा जा रहा है कि भाजपा ने राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखकर सैनी को एक बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला लिया है, सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं और खट्टर के बेहद करीबी माने जाते हैं। नायब इस समय कुरुक्षेत्र से सांसद हैं, वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विधायक भी रहे हैं। 2014 में नायब सिंह ने अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। ये चुनाव नायब 24 हजार से ज्यादा वोटों से जीते थे. बाद में खट्टर सरकार में मंत्री बनाए गए।

जब 2019 का चुनाव आया तो पार्टी ने नायब को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी और कुरुक्षेत्र से टिकट देकर सबको चौंका दिया था। तब भी नायब सिंह संगठन के भरोसे पर खरे उतरे, 2019 के लोकसभा चुनाव में नायब को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह आधे वोट भी नहीं पा सके निर्मल को 3 लाख 4 हजार 38 वोट मिल सके थे।

Leave a Comment