पहली बार उत्तर प्रदेश में नौ विश्वविद्यालय में महिला कुलपति हैं, क्या है बदलाव की तस्वीर। क्यों उठ रहे हैं सवाल?

उत्तर प्रदेश में पहली बार विश्वविद्यालय में नौ महिला कुलपतियों की नियुक्ति। लेकिन हमेशा की तरह शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक या अन्य सभी बिंदुओं पर महिलाओं को हमेशा कम आंका जाता रहा है। इस प्रकार का मनोभाव खत्म होना चाहिए, उत्तर प्रदेश में महिलाओं के मामलों को लेकर एक तस्वीर महिला दिवस के मौके पर भी सामने आई है प्रदेश में पहली बार ये हुआ है की आजादी के बाद यूपी में एक साथ नौ विश्वविद्यालय में महिला कुलपति हैं साथ ही कई जिलों में डीएम के पद पर भी महिला तैनात हैं।

यूपी में वर्तमान समय में 34 राज्य विश्वविद्यालय हैं। इनमें तकनीकी, कृषि-प्रौद्योगिकी, मेडिकल विश्वविद्यालय तथा एसजीपीजीआई व डाॅ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज लखनऊ भी शामिल हैं। आजादी के बाद प्रदेश में पहला अवसर है जब एक साथ नौ विश्वविद्यालयों की कमान महिला कुलपतियों के हाथ में है। आधी आबादी के लिहाज से हक के अनुसार आधा या त्रिस्तरीय ग्रामीण पंचायतों और शहरी निकायों की तरह यह हिस्सेदारी एक तिहाई जरूर नहीं है। लेकिन, उस ओर लंबा कदम जरूर है।

ये महिला कुलपति न सिर्फ अपने-अपने विश्वविद्यालयों का माहौल बदल रही हैं, बल्कि कई नवोन्मेषी पहल भी कर रही हैं। न सिर्फ बेटियों में सुरक्षा और आगे बढ़ने का कहीं अधिक हौसला भर रही हैं, बल्कि कई लीख से हटकर छाप छोड़ रही हैं।

अब बात उठती है कि क्यों हो रहा है विवाद।

जैसा कि प्रदेश में नौ कुलपति की नियुक्ति हुई है उसको लेकर सोशल मीडिया में काफी सवाल उठ रहे हैं। क्या सरकार दलित, पिछड़े, धार्मिक अल्पसंख्यकों को उनके अधिकारों से वंचित कर रही है। आय दिनों ख़बरों में देखने को मिलता है कि किस तरीके से शिक्षण संस्थाओं पर छात्रों द्वारा भेद-भाव का आरोप लगाया जाता है।

क्या ये आरोप सही हैं या ग़लत।

इसी विषय को लेकर एक बार फिर सोशल मीडिया पर घमासान मचा हुआ है कि सरकार तमाम प्रकार के आंकड़े दिखाती है क्या वे इस कुलपति नियुक्ती में उन वर्गों के भागीदारी को ध्यान में रखकर कदम उठाए है।

प्रो. प्रतिभा गोयल, डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या

प्रो. पूनम टंडन, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर

प्रो. संगीता शुक्ला, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ

प्रो. आशु रानी, डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा

प्रो. सीमा सिंह, यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज

प्रो. वंदना सिंह, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर

प्रो. सोनिया नित्यानंद, किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय, लखनऊ

प्रो. मांडवी सिंह, भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ

प्रो. उषा टंडन, डा. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, प्रयागराज

ये कुल नौ विश्वविद्यालयों की लिस्ट हैं जिसे आज सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया।

Leave a Comment